BS Yediyurappa Case; Karnataka BJP Leader Arrest Controversy | POCSO | ‘रेप विक्टिम बेटी को कमरे में ले गए, छेड़छाड़ की‘: क्या जेल जाएंगे पूर्व CM येदियुरप्पा, सीक्रेट वीडियो-CCTV मिला; वकील बोले- सियासी साजिश


‘मैं बीएस येदियुरप्पा को अच्छा इंसान मानती थी, लेकिन उन्होंने मेरी बच्ची के साथ गलत किया। मैं अपनी 17 साल की रेप विक्टिम बेटी को न्याय दिलाने के लिए उनके घर गई थी। हमारी बातें सुनने के बाद वो बेटी को कमरे में ले गए और उसके साथ छेड़छाड़ की। बेटी किसी

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कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री और BJP के सीनियर लीडर बीएस येदियुरप्पा के खिलाफ यौन शोषण की ये शिकायत दर्ज करवाने वाली महिला अब इस दुनिया में नहीं है। उसका बेटा ये केस लड़ रहा है। 14 मार्च 2024 को विक्टिम की मां के आरोप के बाद येदियुरप्पा के खिलाफ पॉक्सो का केस दर्ज किया गया। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की, लेकिन इसी बीच 26 मई 2024 को विक्टिम की मां की लंग कैंसर के ट्रीटमेंट के दौरान मौत हो गई।

केस हाईप्रोफाइल था। कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने जांच CID ​​को सौंप दी। जांच एजेंसी येदियुरप्पा समेत 4 आरोपियों के खिलाफ 750 पन्नों की चार्जशीट दाखिल कर चुकी है। इसमें यौन उत्पीड़न, सबूत नष्ट करने और मामला दबाने के आरोप शामिल हैं। जांच एजेंसी सबूत में मिले सीक्रेट वीडियो, CCTV फुटेज और बयानों के आधार पर सच जानने की कोशिश कर रही है।

बीते 13 नवंबर को कर्नाटक हाईकोर्ट ने येदियुरप्पा की याचिका खारिज कर दी, जिसमें उनके खिलाफ चल रहा पॉक्सो का मामला रद्द करने की मांग की गई थी। अब 2 दिसंबर को बेंगलुरु कोर्ट ने येदियुरप्पा समेत चारों आरोपियों को अदालत में पेश होने के आदेश दिए हैं। ऐसे में ये बड़ा सवाल है कि क्या 82 साल के येदियुरप्पा अब जेल जाएंगे?

सबसे पहले जानिए 2 फरवरी 2024 को हुआ क्या था… CID की ओर से दाखिल चार्जशीट के मुताबिक, सुबह के 11:25 बजे, 17 साल की विक्टिम लड़की की अपनी मां के साथ रेप के मामले में इंसाफ की आस लिए BJP नेता और कर्नाटक के पूर्व CM बीएस येदियुरप्पा के बेंगलुरु में डॉलर कॉलोनी स्थित घर पहुंची। येदियुरप्पा ने सिक्योरिटी गार्ड से दोनों को अंदर भेजने को कहा। विक्टिम की मां ने पहले बच्ची के साथ हुई घटना के बारे में बताया। इसके बाद पूर्व सीएम बच्ची को एक अलग कमरे में ले गए और दरवाजा अंदर से बंद कर दिया।

कमरे में येदियुरप्पा ने बच्ची से पूछा कि क्या तुम्हें यौन शोषण करने वालों के चेहरे याद हैं? विक्टिम ने दो बार येदियुरप्पा के सवाल का जवाब दिया। जांच एजेंसी का आरोप है कि इस दौरान येदियुरप्पा ने विक्टिम से छेड़छाड़ करने की कोशिश की। डरी हुई बच्ची ने अपना हाथ छुड़ाया और दरवाजा खोलने को कहा।

बच्ची की बात सुनकर येदियुरप्पा ने दरवाजा खोला और जेब से कुछ रुपए निकालकर उसके हाथ में रख दिए। उन्होंने कहा कि वे इस मामले में कोई मदद नहीं कर सकते। बाहर आकर येदियुरप्पा ने कुछ पैसे विक्टिम की मां को भी दिए। इन सबके बाद मां-बेटी बुरी तरह से टूट गई थीं। 20 फरवरी को महिला ने इस घटना से जुड़ा एक वीडियो फेसबुक पेज पर अपलोड कर दिया।

CID को दिए बयान में विक्टिम की मां ने बताया कि वीडियो वायरल होने के बाद येदियुरप्पा के सहयोगी अरुण वाइएम, रुद्रेश और मरीस्वामी उसके घर आए थे। तीनों ने उस पर वीडियो डिलीट करने के लिए दबाव डाला।

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अरुण ने मुझसे घटना वाले दिन के वीडियो फेसबुक और फोन से हटाने को कहा। उसके साथ रुद्रेश भी आया था, उसने येदियुरप्पा के कहने पर हमें बड़ी रकम दी और वो लोग चाहते थे कि मैं किसी न किसी तरीके से वो वीडियो डिलीट कर दूं।

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750 पेज की चार्जशीट में ये साफतौर पर लिखा गया है कि तीनों आरोपी महिला और उसकी बच्ची को फिर से येदियुरप्पा के पास ले जाना चाहते थे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया। 22 दिन बाद तंग आकर महिला ने सदाशिवनगर पुलिस के सामने BJP नेता और उनके तीनों सहयोगियों के खिलाफ FIR दर्ज करवाई।

सीक्रेट वीडियो, CCTV फुटेज, बयानों के आधार पर सच जानने की कोशिश येदियुरप्पा से जुड़े POCSO मामले की जांच में शामिल CID के सीनियर अफसर कहते हैं, ‘मामले में कड़ी से कड़ी जोड़ने के लिए हमने और बेंगलुरु पुलिस ने विक्टिम के रिकॉर्डेड सीक्रेट वीडियो, येदियुरप्पा के घर के पास के CCTV फुटेज, सभी डिजिटल-फोरेंसिक रिकॉर्ड और पीड़ित परिवार के बयानों का सहारा लिया। जांच में विक्टिम और उसकी मां को आरोपियों की तरफ से दिए गए 35,000 रुपए नकद, एक कैश बैग और दो मोबाइल फोन बरामद किए गए।’

‘मामले में हमें 2 और वीडियो भी मिले हैं, जिसे विक्टिम ने खुद बनाया था। पहले वीडियो में दिख रहा है कि वो अपनी मां के साथ येदियुरप्पा के घर गई है। फुटेज में महिला येदियुरप्पा को ‘अप्पा जी’ कह रही है। महिला बोल रही है कि वो शिमोगा से आई है। उसके पास जितनी भी संपत्ति है, वो बेटी से जुड़े मुकदमे में फंसी हुई है। केस में वो BJP नेता से मदद चाहती है।’

‘दूसरे वीडियो में महिला घर में घुसती दिख रही है। वो येदियुरप्पा के बगल में बैठकर उनका हाथ पकड़े हुए नजर आ रही है। इन वीडियोज को CID ने सबूत के तौर पर चार्जशीट में शामिल किया है।’

CID ने येदियुरप्पा समेत चारों आरोपियों के खिलाफ IPC की धाराओं 204 (सबूतों को नष्ट करवाना), 214 (अपराध की जांच के लिए उपहार या संपत्ति की पेशकश) और POCSO की धारा में केस दर्ज किया है।

येदि के वकील बोले- महिला के बयानों में सच्चाई नहीं येदियुरप्पा का केस लड़ रहे सीनियर एडवोकेट सीवी नागेश का मानना है कि ये केस राजनीति से प्रेरित है और दूसरे पक्ष की शिकायतों में सच्चाई नहीं है। नागेश कहते हैं, विक्टिम और उसकी मां फरवरी में कई बार पुलिस कमिश्नर से मिलीं, लेकिन तब उन्होंने येदियुरप्पा और उनके सहयोगियों पर किसी तरह का आरोप नहीं लगाया।

महिला के जारी किए गए वीडियोज पर येदियुरप्पा ने कोर्ट में सफाई दी कि महिला उनसे मिलना चाहती थी, लेकिन उसे परमिशन नहीं दी गई। इस पर वो दुखी होकर जोर-जोर से रोने लगी तो उन्होंने महिला को घर में आने दिया। यही नहीं, उन्होंने गंभीरता से उसकी सारी बातें सुनीं।

विक्टिम फैमिली क्या कह रही… POCSO मामले में मुख्य शिकायतकर्ता महिला की FIR दर्ज कराने के एक महीने बाद मौत हो गई थी। अब उनका 26 साल का बेटा यानी विक्टिम का भाई ये केस लड़ रहा है। अब उसने हाईकोर्ट का रुख किया है। वो येदियुरप्पा के खिलाफ सबूत जुटाने में CID ​​को पूरा सहयोग दे रहा है। उसने जांच एजेंसी को मामले से जुड़े CCTV फुटेज, फोन का मेमोरी कार्ड, हार्ड डिस्क जैसी सभी डिजिटल सामग्री इकट्ठा करके सौंपी है।

विक्टिम के भाई ने सोशल मीडिया पर need4justice नाम का एक पेज बनाया है। इस पर उसने केस से जुड़े दो वीडियो अपलोड कर बहन के लिए इंसाफ की मांग की है। उसने वीडियो में कहा, ‘मैं CM सिद्धारमैया और डिप्टी CM डीके शिवकुमार से अपनी बहन को न्याय दिलाने की गुजारिश करता हूं। आपसे अनुरोध है कि हमारे केस की पैरवी के लिए अच्छे सीनियर एडवोकेट हायर करें।’

येदियुरप्पा के वकील सीवी नागेश की दलीलों के जवाब में पीड़ित पक्ष का केस लड़ रहे सरकारी वकील प्रोफेसर रविवर्मा कुमार ने कहा कि CID की जांच और विक्टिम की बातों को गंभीरता से सुना गया। अदालत का आदेश तर्कसंगत और न्यायिक लिहाज से सही था, इसलिए इसे रद्द करने की कोई गुंजाइश नहीं है।

POCSO के बावजूद येदि का गिरफ्तार न होना, उनका मजबूत पक्ष इस केस को शुरू से कवर कर रहे कर्नाटक के सीनियर जर्नलिस्ट डॉ. बसवराज इटनाल का मानना है कि इस मामले में शुरुआत से ही बहुत सारी खामियां रही हैं। इसमें सबसे बड़ी बात ये थी कि जिस महिला ने येदियुरप्पा के खिलाफ FIR दर्ज करवाई, वो पहले भी कई लोगों पर ऐसे क्रिमिनल केस करवा चुकी है। ऐसे में बड़ा सवाल उठता है कि क्या जांच निष्पक्षता से हुई।

डॉ. बसवराज दो पॉइंट्स में अपनी बात रखते हैं… 1. पॉक्सो एक गैर जमानती अपराध है। इससे जुड़े मामलों में अपराधी को गिरफ्तार कर सीधे न्यायिक हिरासत में भेजा जाता है। इस मामले में कोर्ट ने येदियुरप्पा की गिरफ्तारी पर रोक लगा दी। हाईकोर्ट ने ये साफतौर पर कहा एक 80 साल का बुजुर्ग, जो राज्य का बड़ा सामाजिक चेहरा है, उन पर जल्दबाजी में किसी भी तरह सख्त कार्रवाई करना ठीक नहीं है। इससे ये साबित होता है कि अभी तक पुलिस को वो ठोस सबूत नहीं मिले हैं, जिससे BJP नेता का अपराध साबित हो सके।

2. जिस महिला ने येदियुरप्पा के खिलाफ केस दर्ज करवाया, वो एक हैबिचुअल कंप्लेनर थी। पुलिस भी इसका खुलासा कर चुकी है कि पीड़िता की मां ने पहले भी बेंगलुरु के पुलिस कमिश्नर रहे आलोक कुमार समेत 50 लोगों के खिलाफ ऐसी ही शिकायतें दर्ज करवाई थीं।

महिला ने 18 जनवरी, 2022 को BJP नेता भास्कर राव पर उसकी जिंदगी बर्बाद करने की साजिश रचने का आरोप लगाया था। ऐसे में उसके बयानों और सबूतों की सख्त जांच होनी चाहिए थी। येदियुरप्पा कर्नाटक के लिंगायत समुदाय से आते हैं, जो उनके साथ खड़ा हुआ है। इस केस को लेकर अब तक कांग्रेस के भी किसी बड़े लीडर ने प्रतिक्रिया नहीं दी है।

अब जान लीजिए पॉलिटिकल पार्टियां क्या कह रहीं… कांग्रेस: पीड़ित बच्ची के लिए सड़क से संसद तक आवाज उठाएंगे कांग्रेस पार्टी के नेशनल स्पोक्सपर्सन वैभव शुक्ला कहते हैं, ‘किसी मुख्यमंत्री के खिलाफ POCSO का मामला सामने आना कोई मामूली बात नहीं है। ये ऐसा पहला मामला नहीं है, जब गंभीर अपराधों में शामिल अपने नेताओं को बचाने के लिए BJP ने मौन व्रत धारण किया हो। चाहे ब्रजभूषण शरण सिंह हों या कुलदीप सिंह सेंगर, BJP ने उन्हें बचाने के लिए जी-जान लगा दी। यही बात अब येदियुरप्पा के केस में भी हो रही है।‘

‘कर्नाटक BJP की चुप्पी ये बताती है कि वो अपनी ‘बेटी-बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ की नीति पर खुद यकीन नहीं रखती। हमें देश की न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है कि वो पीड़ित परिवार के हक में फैसला सुनाएगी।‘

BJP: येदियुरप्पा के खिलाफ सभी आरोप झूठे, सच सामने आएगा इस मामले पर कर्नाटक BJP के अध्यक्ष और येदियुरप्पा के बेटे बीवाई विजयेंद्र कहते हैं, ‘ये सब राजनीतिक षड्यंत्र है। वे बिना दिल छोटा किए न्याय के रास्ते पर चलते रहेंगे और इन षड्यंत्रों पर जीत हासिल करेंगे। येदियुरप्पा जांच से मुंह फेरने वालों में से नहीं हैं।‘

वहीं, कर्नाटक BJP के स्टेट वाइस प्रेसिडेंट बसवराज केलागर कहते हैं, ’बीएस येदियुरप्पा ने कर्नाटक में BJP को स्थापित करने में बड़ी भूमिका निभाई है। वो हमारी पार्टी का दिग्गज चेहरा रहे हैं। सबको पता है कि इस केस में उनके खिलाफ जो भी आरोप लगाए गए हैं, उनका कोई आधार नहीं है।‘

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