
44 मिनट पहलेलेखक: संदीप सिंह
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टेलीग्राम (Telegram) एक लोकप्रिय इंस्टेंट मैसेजिंग एप है, जिसे अपनी सिक्योरिटी, तेज स्पीड और बड़े ग्रुप्स व चैनल्स के लिए जाना जाता है। यह वॉट्सएप की तरह चैटिंग, मीडिया शेयरिंग और वॉयस-वीडियो कॉल की सुविधा भी देता है। हाल के वर्षों में कंपनियां और ब्रांड ग्राहकों तक तेजी से पहुंचने के लिए इसका खूब इस्तेमाल कर रहे हैं।
हालांकि, साइबर अपराधियों ने भी इसका गलत फायदा उठाना शुरू कर दिया है। वे फर्जी जॉब ऑफर, इन्वेस्टमेंट स्कीम और ऑनलाइन ठगी जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। खासकर, बिना इंटरव्यू के हाई-सैलरी वाली नौकरियों का लालच देकर लोगों से पैसे ऐंठने के मामले बढ़ रहे हैं। ऐसे में ऑनलाइन ठगी के इन नए तरीकों से सतर्क रहना जरूरी है।
तो चलिए, आज साइबर लिटरेसी कॉलम में बात करेंगे कि टेलीग्राम जॉब फ्रॉड से कैसे बचें? साथ ही जानेंगे कि-
- जॉब फ्रॉड का शिकार होने पर कहां शिकायत करें?
एक्सपर्ट: पवन दुग्गल, साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट, नई दिल्ली
सवाल- टेलीग्राम जॉब फ्रॉड क्या है?
जवाब- टेलीग्राम जॉब फ्रॉड एक ऑनलाइन धोखाधड़ी है, जिसमें साइबर ठग नौकरी का झूठा लालच देकर लोगों से पैसे ठगते हैं। ये ठग टेलीग्राम एप पर ग्रुप या मैसेज के जरिए वर्क फ्रॉम होम, डेटा एंट्री या पार्ट-टाइम जॉब का ऑफर देते हैं।
इन फर्जी नौकरियों में न इंटरव्यू होता है, न कोई टेस्ट। सीधे जॉइनिंग का झांसा दिया जाता है। फिर रजिस्ट्रेशन फीस, ट्रेनिंग फीस या सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं। जैसे ही पैसा मिलता है, ठग लोगों को ब्लॉक कर देते हैं और संपर्क खत्म हो जाता है।
सवाल- लोग किन गलतियों की वजह से टेलीग्राम जॉब स्कैम में फंसते हैं?
जवाब- साइबर ठग तेजी से नौकरी दिलाने, घर बैठे कमाई करने और बिना योग्यता के पैसे कमाने का लालच देते हैं। कई लोग बिना जांच-पड़ताल किए ऐसे ऑफर्स पर भरोसा कर बैठते हैं। नीचे ऐसी बड़ी गलतियां दी गई हैं, जिनकी वजह से लोग इस जॉब फ्रॉड का शिकार बनते हैं।
- बिना कंपनी की जांच किए ऑफर स्वीकार कर लेना।
- “कम मेहनत में ज्यादा कमाई” जैसे वादों पर भरोसा करना।
- बिना इंटरव्यू और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के सीधा जॉइनिंग मान लेना।
- नकली कंपनी नाम, वेबसाइट या लोगो देखकर ठगों को असली समझ लेना।
- जॉइनिंग से पहले मांगे गए किसी भी पेमेंट को बिना जांच के भेज देना।

सवाल- टेलीग्राम जॉब फ्रॉड के कौन-कौन से कॉमन टाइप हैं?
जवाब- साइबर क्रिमिनल्स टेलीग्राम पर अलग-अलग तरीकों से लोगों को जॉब के नाम पर ठगते हैं। नीचे दिए पॉइंट्स में कुछ कॉमन देख सकते हैं।
- साइबर क्रिमिनल्स फर्जी वर्क-फ्रॉम-होम जॉब का ऑफर देते हैं। इसमें बेहद आसान काम जैसे किसी पेज को लाइक करना, शेयर करना, कमेंट करना होता है। इसके बदले हर दिन पैसे कमाने का दावा किया जाता है। इसमें रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर साइबर क्रिमिनल्स पैसे की डिमांड करते हैं।
- साइबर क्रिमिनल्स लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए हाई-सैलरी वाली फेक जॉब्स के लुभावने ऑफर देते हैं। इसमें बिना किसी इंटरव्यू के बिना सीधा सिलेक्शन होता है। बस इसमें सिक्योरिटी डिपॉजिट या ट्रेनिंग फीस के नाम पर पैसे की मांग करते हैं।
- साइबर क्रिमिनल्स टेलीग्राम गुप्स में ‘घर बैठे टाइपिंग करो और हजारों पैसे कमाओ’ जैसे विज्ञापन निकालते हैं। पहले जॉब ऑफर, फिर वर्क-किट या सॉफ्टवेयर खरीदने के लिए पैसे मांगते हैं।
- ‘500 लगाकर 5000 रुपए कमाएं’ जैसी फेक इन्वेस्टमेंट स्कीम टेलीग्राम गुप्स में डालते हैं। साइबर क्रिमिनल्स भरोसा जीतने के लिए शुरुआत में छोटे अमाउंट (₹100-₹500) पर कुछ पैसे वापस भी मिल देते हैं। जब लोग इस पर भरोसा कर लेते हैं तो 5000 से 10,000 रुपे तक लगाने के लिए कहते हैं। एक बार बड़ी रकम हाथ लगते ही साइबर क्रिमिनल्स गुप्स से बाहर निकाल देते हैं या फिर ब्लॉक कर देते हैं।

सवाल- क्या टेलीग्राम पर मिलने वाली सभी जॉब्स फर्जी होती हैं?
जवाब- साइबर सिक्योरिटी एक्सपर्ट पवन दुग्गल बताते हैं कि टेलीग्राम एक ऑनलाइन मैसेजिंग एप है। इसलिए इस बात का ध्यान रखें कि प्रतिष्ठित कंपनियां कभी भी नौकरी देने के लिए टेलीग्राम का इस्तेमाल नहीं करती हैं। वह हमेशा अपनी ऑफिशियल वेबसाइट या लिंक्डइन जैसे विश्वसनीय प्लेटफॉर्म पर नौकरी के विज्ञापन डालते हैं।
सवाल- टेलीग्राम जॉब स्कैम से बचने के लिए किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जवाब- इन स्कैम्स से बचने के लिए ये बातें हमेशा याद रखें।

आइए, इन पॉइंट्स के बारे में विस्तार से समझते हैं।
बिना इंटरव्यू वाली हाई सैलरी जॉब से सतर्क रहें
अगर कोई आपको बिना इंटरव्यू के 30-50 हजार रुपए महीना घर बैठे कमाने का ऑफर दे रहा है तो यह 99% स्कैम है। कंपनियां बिना वेरिफिकेशन इतनी बड़ी सैलरी ऑफर नहीं करती हैं।
एडवांस पेमेंट या जॉइनिंग फीस न दें
अगर कोई जॉब के बदले 500 या 1000 रुपये रजिस्ट्रेशन या ट्रेनिंग फीस के नाम पर मांगे तो सावधान हो जाएं। असली कंपनियां कभी एडवांस पैसे नहीं मांगती हैं।
संदिग्ध लिंक या एप्लिकेशन डाउनलोड न करें
अगर टेलीग्राम पर कोई लिंक भेजकर किसी ऐप को डाउनलोड करने को कहे तो क्लिक न करें। इससे आपके फोन का डेटा या पैसा चोरी हो सकता है।
ऑफिशियल ईमेल और वेबसाइट चेक करें
कंपनी का जॉब ऑफर मिलने पर उसका ऑफिशियल वेबसाइट, ईमेल और सोशल मीडिया हैंडल चेक करें। Gmail, Yahoo या WhatsApp से भेजे गए ऑफर आमतौर पर फर्जी होते हैं।
पर्सनल जानकारी शेयर न करें
कभी भी अपने बैंक डिटेल, आधार नंबर, पैन कार्ड, फोटो, OTP या पासवर्ड किसी अनजान टेलीग्राम कॉन्टैक्ट को न भेजें। ये जानकारी आपकी पहचान और पैसे के साथ खिलवाड़ कर सकती है।
सवाल- यह कैसे पता करें कि टेलीग्राम ग्रुप जॉब फ्रॉड है या असली?
जवाब- टेलीग्राम पर जॉब ऑफर्स की भरमार है, लेकिन इनमें से ज्यादातर फर्जी और ठगी के जाल होते हैं। असली और नकली जॉब ग्रुप की पहचान करने के लिए इन बातों पर ध्यान दें:
- क्या जॉब के बदले पैसे मांगे जा रहे हैं? कोई भी प्रतिष्ठित कंपनी नौकरी के लिए कैंडिडेट से पैसे नहीं मांगती।
- ट्रेनिंग फीस, रजिस्ट्रेशन चार्ज या सिक्योरिटी डिपॉजिट के नाम पर पैसे मांगे जाते हैं।
- क्या कंपनी का वेरिफाइड ऑनलाइन प्रेजेंस है? असली कंपनी की आधिकारिक वेबसाइट, लिंक्डइन, और अन्य जॉब पोर्टल्स पर जानकारी उपलब्ध होती है।
- क्या ग्रुप में कोई वैध संपर्क नंबर या पता दिया गया है? कंपनियां कैंडिडेट को सोचने और निर्णय लेने का समय देती हैं।
सवाल- टेलीग्राम फेक जॉब का शिकार होने पर किससे शिकायत करें?
जवाब- अगर आप टेलीग्राम पर फर्जी जॉब स्कैम का शिकार हो गए हैं, तो घबराने की बजाय तुरंत एक्शन लें। सही प्लेटफॉर्म पर शिकायत दर्ज करने से आपके पैसे वापस मिलने और स्कैमर्स के खिलाफ कार्रवाई की संभावना बढ़ जाती है।
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