
3 घंटे पहले
- कॉपी लिंक

सवाल- मेरी शादी को दो साल हो गए हैं। मैं कुछ चीजों को लेकर बहुत परेशान हूं, लेकिन किसी से शेयर नहीं कर पा रही हूं। जब मेरे घर में गेस्ट आते हैं तो मेरे हसबैंड उनके सामने मेरी बहुत तारीफ करते हैं, लोगों को लगता है कि इनका नेचर कितना अच्छा है। लोगों के सामने उनकी ऐसी ही इमेज है।
जब मैं घर पर अकेले होती हूं तो वो मेरी अपियरेंस पर, मेरी बातों पर या मेरी फैमिली पर अक्सर ताने मारते हैं। लोगों के बीच वो परफेक्ट पति दिखते हैं और मैं इस दबाव में किसी से कुछ शेयर नहीं कर पा रही हूं। क्योंकि उन्हें तो हर कोई परफेक्ट मानता है। कोई मेरी बात क्यों मानेगा? मैं इस बात से घुट रही हूं। क्या ये इमोशनल डबल बिहेवियर ठीक है या मुझे अपनी फीलिंग्स सीरियसली लेनी चाहिए? मैं इस सिचुएशन को कैसे हैंडल करूं?
एक्सपर्ट: डॉ. जया सुकुल, क्लिनिकल साइकोलॉजिस्ट, नोएडा
जवाब: सबसे पहले तो आप ये समझिए कि आप बहादुर हैं। आपने जो लिखा, वो लाखों शादीशुदा लड़कियां रोज महसूस करती हैं, पर बोल नहीं पाती हैं। आपने बोल दिया, यही आपकी ताकत है।
आप बिल्कुल भी अकेली नहीं हैं। ये जो बाहर तारीफ और अंदर ताने का खेल चल रहा है, इसे साइकोलॉजी में पब्लिक-प्राइवेट स्प्लिट बिहेवियर या इमोशनल डबल स्टैंडर्ड कहते हैं। ये कोई छोटी-मोटी बात नहीं है। ये इमोशनल मैनिपुलेशन की शुरुआत होती है और कई बार इमोशनल एब्यूज तक पहुंच जाती है।
बाहर तारीफ क्यों करता है?
बाहर तारीफ करना उसकी इमेज मैनेजमेंट का तरीका है। वो दुनिया को दिखाना चाहता है कि देखो मैं कितना अच्छा पति हूं। ये तारीफ आपके लिए नहीं, उसकी अपनी वाहवाही के लिए होती है। अकेले में ताने मारकर वो आपको कमजोर रखना चाहता है, ताकि कंट्रोल उसके हाथ में रहे। ये दोहरा खेल आपको कन्फ्यूज करता है और यही सबसे खतरनाक है।

ये आपके दिमाग पर क्या असर डालता है?
धीरे-धीरे आपको खुद पर शक होने लगता है।
- मैं ही ज्यादा सोच रही हूं?
- मैं ही संवेदनशील हूं?
- शायद सच में मेरी फैमिली में ही प्रॉब्लम है?
- शायद मैं अच्छी वाइफ नहीं बन पा रही?
ये सारे सवाल आप खुद से करने लगती हैं। इसे ही गैसलाइटिंग कहते हैं, जहां आपकी अपनी भावनाओं पर ही आपको शक करवा दिया जाता है।

क्या ये नॉर्मल है?
बिल्कुल नहीं, शादी में प्यार और सम्मान कंडीशनल नहीं होते हैं। वो ऑडियंस के हिसाब से नहीं बदलते हैं। जो इंसान सचमुच आपसे प्यार करता है, वो आपको सबसे ज्यादा अकेले में सम्मान देगा, न कि इसके लिए सबकी उपस्थिति का इंतजार करेगा।
अगर कोई आपको ताने मारता है, भले ही ये मजाक के नाम पर है, तो वो मजाक नहीं अपमान है। इसके पीछे शख्स का बचपन या उसकी सोच जिम्मेदार हो सकती है।

कारण जो भी हो, आपको तकलीफ पहुंच रही है, यही सबसे बड़ा सच है।
अब क्या करें?
अगर ऐसी कंडीशन बन रही है तो हम आपको इसके लिए 8 प्रैक्टिकल टिप्स बता रहे हैं।
अपनी फीलिंग्स को वैलिड मानें
सबसे पहले खुद से कहें, मैं जो महसूस कर रही हूं, वो सच है। इसमें मेरी कोई गलती नहीं है।
एक डायरी लिखना शुरू करें
हर घटना, हर ताना, अपनी फीलिंग सब लिखें। तारीख के साथ। ये बाद में बहुत काम आएगी।
शांतिपूर्ण तरीके से बातचीत करें
जब दोनों का मूड अच्छा हो, शांति से कहें, जब आप अकेले में मेरी या मेरी फैमिली पर ताने मारते हैं, मुझे बहुत बुरा लगता है। मैं चाहती हूं कि हम एक-दूसरे का सम्मान करें, चाहे कोई देख रहा हो या न देख रहा हो।
अपनी स्पष्ट बाउंड्री बनाएं
अगर कोई शख्स आपका सम्मान नहीं कर रहा है और आपको अपनी बातों से तकलीफ पहुंचा रहा है तो स्पष्ट बाउंड्री बनानी जरूरी है। इसके लिए सामने वाले शख्स को ये सबकुछ स्पष्ट रूप से कहना होगा। ग्राफिक में देखिए, कैसे सम्मान के साथ आप अपनी बात कह सकती हैं-

अपना सपोर्ट सिस्टम बनाएं
किसी एक भरोसेमंद इंसान को सबकुछ बता दें। ये आपकी बहन, दोस्त, मां या कजिन कोई भी हो सकता है। इसे अकेले मत झेलें।
कपल काउंसलिंग का प्रस्ताव रखें
आपको पति के साथ मिलकर किसी न्यूट्रल इंसान से बात करनी चाहिए। अगर वो मना करे तो आप अकेले काउंसलिंग शुरू कर दें।
अपनी खुशी पर फोकस करें
दोस्तों से मिलें, अपी हॉबी को समय दें, जिम जाएं, अच्छे कपड़े पहनें। इससे आपका कॉन्फिडेंस वापस आएगा।
रेड फ्लैग को पहचानें
अगर पार्टनर की बातों में ताने बढ़ते जा रहे हैं। वो आपकी हर बात को ड्रामा कहता है। आप अपनी बात बोलने से डरने लगी हैं तो ये इमोशनल एब्यूज है। ऐसे में तुरंत प्रोफेशनल हेल्प लें। आप इमोशनल एब्यूज कैसे पहचानेंगी, इसके लिए ग्राफिक्स देखिए।

आखिरी बात
रिश्ते का असली टेस्ट भीड़ के सामने नहीं, बल्कि अकेले में होता है। जो इंसान आपको सचमुच प्यार करता है, वो आपको सबसे ज्यादा तब इज्ज्त देता है, जहां उसे खुद को साबित नहीं करना है।
बाहर सबके सामने की गई तारीफ कोई मेडल नहीं है। असली मेडल तो वो सुकून है, जो आपको रोज घर लौटते वक्त मिलना चाहिए। ये हमेशा ध्यान रखें कि सम्मान किसी रिश्ते का बोनस नहीं, उसकी बुनियाद है।
अगर किसी रिश्ते में ये बुनियाद ही डगमगा रही है, तो मुस्कुराते रहना बंद करें और सीरियस होकर जरूरी स्टेप्स लें। आप अकेली नहीं हैं, हिम्मत रखें। अपनी फीलिंग्स को सीरियसली लें। इस दुनिया में हर किसी को खुश रहने का अधिकार है, आप बिना शर्त, बिना ताने, बिना डर के आगे बढ़ें।
………………
ये खबर भी पढ़िए
रिलेशनशिप एडवाइज- बॉयफ्रेंड साइलेंट ट्रीटमेंट देता है:नाराज हो तो बात नहीं करता, मैसेज का जवाब नहीं देता, क्या ये रेड फ्लैग है

जब कोई इंसान अपनी नाराजगी, गुस्सा या दुख को सीधे बोलने की बजाय जान-बूझकर बातचीत बंद कर दे, कॉल न उठाए, मैसेज का जवाब न दे, आपको पूरी तरह अनदेखा करे तो ये साइलेंट ट्रीटमेंट है। पूरी खबर पढ़िए…