Malayalam Actor Dileep Rape Case; Actress Sexual Assault | Kerala | ‘चलती कार में 2 घंटे सेक्शुअल असॉल्ट, वीडियो बनाया’: 261 गवाह, फिर कैसे बरी हुए सुपरस्टार दिलीप; 30 और एक्ट्रेस ने लगाए थे आरोप


‘मैं फिल्म का प्रोमो शूट करने जा रही थी। तभी 5 लोगों ने मेरी कार रोकी और जबरदस्ती अंदर बैठ गए। चलती कार में मुझे छूने लगे। मेरा वीडियो बनाने लगे। ये सब करीब 2 घंटे तक चलता रहा। इसके बाद वो मुझे एक डायरेक्टर के घर छोड़कर चले गए।’

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17 फरवरी 2017 को हुई इस घटना की शिकायत मलयालम फिल्मों की एक्ट्रेस देवकी ने दर्ज कराई थी। आरोप इंडस्ट्री के सुपरस्टार एक्टर दिलीप पर लगा था। दिलीप को अरेस्ट किया गया, लेकिन महज दो महीने में उसे बेल मिल गई। मामले की जांच की गई और अप्रैल 2017 में पहली चार्जशीट दायर की गई।

अब करीब 9 साल बाद केरल के एर्नाकुलम सेशन कोर्ट ने एक्टर दिलीप को सभी आरोपों से बरी कर दिया है। बरी होने के बाद दिलीप ने कहा कि ये साजिश तब शुरू हुई जब उनकी पूर्व पत्नी मंजू वारियर ने ‘क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी’ की बात उठाई। 8 नवंबर को कोर्ट ने मुख्य आरोपी ‘पल्सर सुनी’ सहित छह लोगों को आपराधिक साजिश, अपहरण, हमले और गैंगरेप के आरोपों में दोषी ठहराया है।

ट्रायल में 261 गवाहों ने बयान दर्ज कराए। कोर्ट में 109 दिनों तक बहस चली। दिलीप के खिलाफ बयान देने वाले ज्यादातर गवाह बाद में पलट गए। अब 12 दिसंबर को कोर्ट सजा का ऐलान करेगा।

मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में यौन उत्पीड़न के ऐसे ही मामलों की जांच के लिए जुलाई 2017 में हेमा कमेटी बनाई गई थी। अगस्त 2024 में इसकी रिपोर्ट सामने आई, जिसमें देवकी की ही तरह 30 एक्ट्रेस और आर्टिस्ट ने अपने बुरे अनुभव दर्ज कराए थे। इसके बाद दैनिक भास्कर ने देवकी के करीबियों और दोस्तों से बात की और कोर्ट में फाइल डॉक्यूमेंट की पड़ताल कर पूरा मामला समझा था। पढ़िए पूरी रिपोर्ट…

केरल के एर्नाकुलम सेशन कोर्ट ने दिलीप के साथ 3 अन्य आरोपियों को भी बरी कर दिया।

केरल के एर्नाकुलम सेशन कोर्ट ने दिलीप के साथ 3 अन्य आरोपियों को भी बरी कर दिया।

सबसे पहले देवकी की कहानी… रास्ते से एक्ट्रेस की किडनैपिंग, चलती कार में सेक्शुअल असॉल्ट कोर्ट में सब्मिट देवकी के केस से जुड़े डॉक्यूमेंट्स में घटना की पूरी प्लानिंग के बारे में लिखा है। इसके मुताबिक 17 फरवरी, 2017 को शाम 7 बजे देवकी त्रिशूर में घर से कोचीन जाने के लिए निकली थीं। उन्हें सेट पर पहुंचने के लिए प्रोडक्शन यूनिट वालों ने कार भेजी थी। ड्राइवर का नाम मार्टिन अंटोनी था।

रात 9 बजे देवकी की कार एक वैन से टकरा गई। ड्राइवर ने जैसे ही कार रोकी, वैन से उतरे दो लोग देवकी की कार में बैठ गए। इनका नाम मणि और विजेश था। ये उन पांच लोगों में से थे, जो देवकी की कार का पीछा कर रहे थे। देवकी की कार का ड्राइवर इनसे मिला हुआ था और उसी ने खबर देकर इन्हें बुलाया था।

कुछ दूर गुंडों ने कार रोकी और मणि ड्राइविंग सीट पर बैठ गया। यहां प्रदीप, सलीम और सुनील नाम के तीन और लोग कार में आ गए। सुनील पीछे की सीट पर देवकी के बगल में बैठा। गाड़ी लॉक कर दी। सुनील ने मास्क पहन रखा था, इसलिए चेहरा साफ नहीं दिखा।

मणि ने कार चलाते हुए जब सुनील का नाम लिया, तब देवकी ने उसे पहचाना। सुनील को ही एक महीने पहले गोवा में शूटिंग के दौरान उसके लिए अपॉइंट किया गया था।

सुनील चलती कार में देवकी को सेक्शुअली असॉल्ट करने लगा। उसने पूरी घटना का वीडियो भी बनाया। देवकी लगातार खुद को बचाने की कोशिश करती रही और सुनील कहता रहा कि उसे ‘कोटेशन’ पर भेजा गया है। मलयालम इंडस्ट्री में सुपारी क्राइम को ‘कोटेशन’ कहते हैं। हालांकि उसने किसी का नाम नहीं बताया।

एक्ट्रेस ने छोड़ने की गुहार लगाई तो गैंगरेप की धमकी मिली पुलिस को दिए गए बयान में देवकी ने बताया था कि उसने सुनील से छोड़ने की गुहार लगाई तो उसे धमकाया गया। सुनील ने कहा कि ज्यादा हंगामा किया, तो तुम्हें एक अपार्टमेंट में ले जाएंगे। वहां लोग तुम्हारे साथ गैंगरेप करने के लिए तैयार बैठे हैं।

रात 11 बजे तक टॉर्चर और असॉल्ट चलता रहा। इसके बाद सुनील गाड़ी से उतर गया। मणि देवकी को डायरेक्टर लाल के घर ड्रॉप करके निकल गया।

डायरेक्टर बोले- देवकी घर आई, तब बहुत डरी हुई थी देवकी के साथ हुई घटना के सिलसिले में हम डायरेक्टर लाल से भी मिले थे। बिना कैमरे पर आए उन्होंने बताया, ‘देवकी मेरे घर आई थी तो बहुत डरी हुई थी। वो रो रही थी। कुछ समय तक मैं समझ नहीं पाया कि उसे क्या हुआ है।’

‘मैंने प्रोड्यूसर एंटो जोसफ को कॉल किया। ये सब हुआ, तब तक एंटो जोसफ और MLA पीटी थॉमस मेरे घर आ गए थे। अगले ही दिन मजिस्ट्रेट के सामने CrPC की धारा 164 के तहत उसका बयान भी दर्ज किया गया था।’

लाल ने बताया था, ‘सबसे पहले ड्राइवर मार्टिन, सलीम और प्रदीप को गिरफ्तार किया गया। इसके तुरंत बाद मणि, सुनील और विजेश को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया गया। एक हफ्ते के अंदर सभी अपराधी अरेस्ट कर लिए गए थे।’

दिलीप को अफेयर सामने आने का डर था मलयालम फिल्म इंडस्ट्री से जुड़ी एक एक्ट्रेस ने बताया था, ‘2014 में दिलीप अपनी पत्नी मंजू वारियर से तलाक ले रहा था। बेटी पैदा होने के बाद से दोनों का रिश्ता ठीक नहीं चल रहा था। देवकी और मंजू दोस्त थे। दिलीप और एक्ट्रेस काव्या के बीच बढ़ती नजदीकियों के बारे में देवकी को पता था।’

‘देवकी एक शो के लिए अमेरिका गई थी। तब दिलीप और काव्या भी वहीं थे। देवकी ने इन्हें बहुत करीब से देखा था। दिलीप को शक था कि देवकी ने मंजू को इस बारे में बताया है।’

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2015 में देवकी को इंडस्ट्री से बैन कर दिया गया। साथ मलयालम मूवी आर्टिस्ट एसोसिएशन, यानी AMMA से भी वो बैन की जा रही थी। देवकी को शक था कि ये सब दिलीप करवा रहा है।

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पूर्व पत्नी मंजू ने दिलीप के खिलाफ दी थी गवाही इस केस में 21 जून, 2017 को दिलीप की पूर्व पत्नी मंजू वारियर ने पुलिस के सामने गवाही दी थी, जिसमें कहा गया कि देवकी ने उसे दिलीप और काव्या माधवन के बीच के रिश्ते के बारे में बताया था। यही दिलीप के लिए दिक्कत की वजह बनी।

दूसरे आरोपियों के बयानों के साथ, मंजू की गवाही ने दिलीप को इस मामले में 8वें नंबर का आरोपी बना दिया। हालांकि इंडस्ट्री में कई लोगों ने बाद में कोर्ट में अपने बयान वापस ले लिए, लेकिन मंजू टिकी रहीं। तब दिलीप ने आरोपों पर जवाब नहीं दिया

10 जुलाई, 2017 को घंटों पूछताछ के बाद एक्टर दिलीप को गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने कहा था कि उनके पास देवकी के अपहरण और यौन उत्पीड़न की साजिश में शामिल होने के सबूत हैं। एक्टर पर केस दर्ज हुआ और उसे अरेस्ट भी किया गया। गिरफ्तारी के एक दिन बाद AMMA ने भी उसे एसोसिएशन से हटा दिया।

जांच में बताया गया कि दिलीप ने ही पूरा प्लान बनाया था। वो मुख्य आरोपी सुनील से होटल में पांच अलग-अलग जगहों पर मिला था। जब हमने दिलीप से इस बारे में बात करने की कोशिश की, तब उनका कोई जवाब नहीं आया।

ऐसे शुरू हुआ मलयालम इंडस्ट्री में मी-टू मूवमेंट जनवरी, 2020 में देवकी के केस का ट्रायल शुरू हुआ। उनकी दोस्त और WCC की को-फाउंडर रीमा कलिंगल ने बताया, ‘तब इंडस्ट्री के लोग या मीडिया, कोई भी देवकी के सपोर्ट में नहीं था। मुझे लगा कि अब समय है कि महिलाएं एक साथ आएं और इस शोषण के खिलाफ आवाज उठाएं।’

‘पहले भी कुछ एक्ट्रेसेस ने अपने अनुभव शेयर किए, लेकिन देखा गया कि खुलकर सामने आ जाने के बाद उनका करियर खत्म कर दिया गया। देवकी मेरी करीबी दोस्त है। ये घटना हुई, तब उसे मीडिया ट्रायल के जरिए मेंटली परेशान किया जा रहा था।’

‘एक दिन देवकी हमारी दोस्त और एक्ट्रेस रम्या नबीसन के घर पर बैठी थी। मैंने स्क्रीन राइटर डीडी दामोदरन और अर्चना को कॉल कर मिलने बुलाया। इसके बाद हमने 14 महिलाओं का एक ग्रुप बनाया। ये वो महिलाएं थीं, जो देवकी को जानती थीं। कुछ वो महिलाएं थीं, जो मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में कई साल से काम कर रही हैं। इनमें आशा जोसफ, वीना पॉल, सजीथा मदगिल थीं।’

‘हमने मिलकर वुमन इन सिनेमा कलेक्टिव, यानी WCC बनाया, जो अपनी तरह का पहला संगठन है। इसका मकसद मलयालम फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की बेहतरी और सेफ्टी से जुड़ी बातों पर ध्यान दिलाना है।’

हमने WCC की मेंबर और देवकी की दोस्त एक्ट्रेस पूजा (बदला गया नाम) से भी मुलाकात की थी। उन्होंने बताया, ‘जब केस की इन्वेस्टिगेशन शुरू हुई, तब देवकी को 15 दिन तक स्टेटमेंट रिकॉर्ड करने के लिए बुलाया गया। उसे सब कुछ याद था और उसने सब बताया भी।’

‘जब मामला मीडिया में सामने आया, तब मलयालम मीडिया चैनलों में देवकी की फोटोज वायरल होने लगीं। उसकी पहचान का ख्याल नहीं किया गया।’

केस की जांच होती रही और दिलीप आजाद रहा हमने देवकी की वकील टीबी मिनी से भी बात की थी। मिनी ने बताया था, ‘2022 में फिल्म डायरेक्टर बालचंद्र कुमार ने दावा किया कि 2017 में एक्ट्रेस के सेक्शुअल असॉल्ट और अपहरण से लगभग दो महीने पहले दिलीप के घर पर उनकी मुलाकात सुनील से हुई थी। इसके बाद से मामले ने तूल पकड़ लिया।’

‘हालांकि दिलीप ने 22 जनवरी, 2022 में एक याचिका के जरिए तर्क दिया कि ऐसी कोई घटना नहीं हुई थी। बालचंद्र कुमार और पुलिस ने मनगढ़ंत आरोप लगाए हैं। सुनील ने भी इसे मानने से इनकार कर दिया था।’

‘फर्स्ट लेवल की इन्वेस्टिगेशन में दिलीप का नाम सामने आया। उसने DGP केरल को लेटर लिखकर कहा कि सुनील उसे ब्लैकमेल कर रहा है। दिलीप ने इन्फॉर्म किया था कि सुनील के लोगों ने उसके करीबी नादिर शाह को कॉन्टैक्ट कर 1.5 करोड़ रुपए की डिमांड की है। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो सुनील इस केस में उनका नाम घसीटेगा।’

‘उस याचिका को इन्वेस्टिगेशन के लिए फॉरवर्ड कर दिया गया। सुनील से पूछताछ हुई तो दिलीप का इन्वॉल्वमेंट समझ आया और उसे गिरफ्तार किया गया। इसके बाद दिलीप सुप्रीम कोर्ट तक गए और सबूत न होने के आधार पर उन्हें बेल मिल गई।

फैसले पर एक्टर दिलीप बोले- 9 साल तक चली साजिश बेनकाब हुई इस केस में एक्टर दिलीप आरोपी नंबर 8 बनाए गए थे। उन्हें जुलाई 2017 में गिरफ्तार किया गया था। अब फैसला आने के बाद एक्टर दिलीप ने कहा कि उनके खिलाफ 9 साल तक चलाई गई साजिश आखिरकार बेनकाब हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि ये साजिश तब शुरू हुई जब उनकी पूर्व पत्नी मंजू वारियर ने ‘क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी’ की बात उठाई।

दिलीप के मुताबिक, इसके बाद एक सीनियर पुलिस अफसर और उनकी टीम ने जेल में आरोपियों को मिलाकर एक झूठी कहानी गढ़ी और मीडिया के जरिए फैलाया। पुलिस की ये कहानी कोर्ट में टिक नहीं सकी और उनका मकसद एक्टर की छवि खराब करना था।

केस के दो गवाहों की मौत हुई ट्रायल में 261 लोगों की गवाही हुई, जिनमें कई फिल्मी हस्तियां भी शामिल थीं। मामले से संबंधित 834 दस्तावेज कोर्ट में पेश किए गए। जांच अधिकारी की जिरह ही 109 दिनों तक चली। इस दौरान दो अहम गवाह पूर्व विधायक पीटी थॉमस और निर्देशक बालचंद्र का निधन हो गया। मामले में जिन लोगों को दोषी पाया गया है, उनकी सजा का ऐलान 12 दिसंबर को किया जाएगा। ……………………. ये खबर भी पढ़ें…

प्रेमी की लाश से शादी, बोली-जयभीम वाला था, इसलिए मारा

‘मैं और सक्षम 3 साल से रिश्ते में थे। सक्षम दूसरी जाति का था, इसलिए मेरे पापा को हमारा रिश्ता पसंद नहीं था। वे मुझसे कहते थे, कोई भी दूसरा लड़का बताओ, उससे तुम्हारी शादी करवा दूंगा, लेकिन इससे नहीं होने दूंगा। पापा और मेरे भाइयों ने सक्षम को कई बार धमकी दी थी। आखिरकार उसे मार डाला।’ 19 साल की आंचल मामीडकर ये बात बताते हुए रोने लगती हैं। महाराष्ट्र के नांदेड़ में रहने वाली आंचल अनुसूचित जाति से आने वाले सक्षम से प्यार करती थी। पढ़िए पूरी खबर…

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