
6 घंटे पहलेलेखक: गौरव तिवारी
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आज वर्ल्ड लिवर डे है। लिवर हमारे शरीर का पावरहाउस है। खाने को पचाकर उससे विटामिन्स, मिनरल्स और खनिज अवशोषित करके शरीर को देना लिवर का काम है। बॉडी में कुछ विषाक्त पहुंचता है तो उसे डिटॉक्स भी लिवर ही करता है। हेल्थ जर्नल जॉन हॉपकिन्स मेडिसिन के मुताबिक, शरीर में छोटे-बड़े 500 कामों की जिम्मेदारी अकेला लिवर संभालता है।
जर्नल ऑफ हेपेटोलॉजी के मुताबिक, दुनिया के लगभग 38% लोग फैटी लिवर की समस्या से जूझ रहे हैं। चौंकाने वाली बात ये है कि इसमें 25% लोग ऐसे हैं, जो शराब नहीं पीते हैं। ऐसे ज्यादातर मामलों में देखा गया है कि ये लोग मीठा ज्यादा खाते हैं। लिवर को फैट बिल्कुल नापसंद है। लिवर की ज्यादातर बीमारियां, उसमें जमा हो रहे फैट के कारण ही होती हैं।
इसलिए ‘सेहतनामा’ में आज लिवर की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-
- हर साल कौन से 5 टेस्ट करवा सकते हैं?
- किन 10 आदतों से लिवर डैमेज हो रहा है?
- हेल्दी लिवर के लिए क्या सावधानियां जरूरी हैं?

फैट से होता सबसे ज्यादा नुकसान
लिवर को सबसे ज्यादा नुकसान फैट से होता है। अगर इस पर ध्यान न दिया जाए तो लिवर की क्षमता कमजोर होती जाती है और यह एक दिन पूरी तरह डैमेज हो जाता है। अगर समय रहते कुछ टेस्ट से इसका पता लगा लिया जाए तो ये जोखिम कम हो सकता है।
हर साल कराएं ये 5 लिवर टेस्ट
डॉ. मोनिका जैन 5 ऐसे जनरल टेस्ट बता रहा हैं, जिन्हें कम खर्च में करवाया जा सकता है और इनसे लिवर की सेहत का सही अंदाजा भी लगाया जा सकता है।

इन सभी टेस्ट के बारे में विस्तार से समझिए-
1. लिवर फंक्शन टेस्ट (LFT)
कब करवाएं: यह टेस्ट आमतौर पर रूटीन चेक-अप में किया जा सकता है। इसके अलावा अगर शरीर में पीलापन, थकावट, पेट में दर्द-सूजन, यूरिन का गाढ़ा रंग जैसे लक्षण दिखें तो करवा सकते हैं।
कहां होगा: यह टेस्ट लगभग सभी सरकारी और प्राइवेट लैब्स और अस्पतालों में उपलब्ध होता है।
खर्च: 500 रुपए से 1,500 रुपए तक।
2. कंप्लीट ब्लड काउंट (CBC)
कब करवाएं: यह एक रूटीन टेस्ट होता है, जिससे शरीर की कंप्लीट हेल्थ का पता लगाया जाता है। अगर आपको लिवर से जुड़ी समस्याएं, जैसे- प्लेटलेट्स की कमी दिख रही है तो इस टेस्ट की मदद ले सकते हैं।
कहां होगा: यह टेस्ट सभी सामान्य सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों और क्लीनिकों में उपलब्ध होता है।
खर्च: 250 रुपए से 1,000 रुपए तक।
3. हेपेटाइटिस B और C टेस्ट (Hepatitis B and C Test)
कब करवाएं: अगर शरीर में पीलापन, कमजोरी, कम भूख और पेट में सूजन जैसे लक्षण दिखें तो यह टेस्ट जरूरी है। अगर प्रोटेक्शन के बिना संबंध बनाए हैं तो यह टेस्ट जरूर करवाना चाहिए।
कहां होगा: यह टेस्ट ज्यादातर सरकारी और प्राइवेट लैब्स में उपलब्ध है।
खर्च: 500 रुपए से 1,500 रुपए तक।
4. एब्डॉमिनल अल्ट्रासाउंड (Abdominal Ultrasound)
कब करवाएं: अगर पेट में दर्द, सूजन या लिवर से जुड़ी किसी समस्या का संदेह है तो ये टेस्ट करवा सकते हैं। यह टेस्ट लिवर की संरचना को स्पष्ट रूप से दिखाता है।
कहां होगा: यह टेस्ट सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों के इमेजिंग डिपार्टमेंट में उपलब्ध होता है।
खर्च: 800 रुपए से 2,500 रुपए तक।
5. कम्पलीट बायोकेमिकल पैनल (Complete Biochemical Panel)
कब करवाएं: यह टेस्ट तब करवाना चाहिए जब लिवर फंक्शन टेस्ट के रिजल्ट्स सामान्य नहीं आ रहे हों या आपको किसी भी प्रकार के लिवर के लक्षण महसूस हो रहे हों।
कहां होगा: यह टेस्ट भी छोटे क्लीनिक, सरकारी अस्पताल और बड़े प्राइवेट लैब्स में किया जा सकता है।
खर्च: 500 रुपए से 2,000 रुपए तक।
किन आदतों से खराब हो रहा लिवर?
डॉ. मोनिका जैन कहती हैं कि कम पानी पीना, फिजिकल एक्विटी न करना आपको भले ही सामान्य बातें लग सकती हैं, लेकिन इससे हमारा लिवर डैमेज होता है। ग्राफिक में देखिए, किन 9 आदतों से डैमेज होता लिवर-

किस खराब आदत से लिवर पर क्या असर होता है?
- कम पानी पीना: शरीर में पानी की कमी से शरीर में विषाक्त पदार्थ जमा हो सकते हैं, जिससे लिवर पर दबाव पड़ता है।
- ज्यादा मीठा खाना: ज्यादा चीनी खाने से लिवर में फैट जमा हो जाता है। इससे फंक्शनिंग कमजोर होती है।
- फिजिकल एक्टिविटी न करना: इससे लिवर में एक्स्ट्रा फैट जमा होने लगता है।
- पर्याप्त नींद न लेना: नींद की कमी से लिवर की रिपेयर और रीजेनरेशन सही तरीके से नहीं हो पाती है।
- फास्ट फूड और प्रोसेस्ड फूड: ज्यादा तला-भुना और प्रोसेस्ड फूड खाने से फैटी लिवर की समस्या हो सकती है।
- शराब का सेवन: ज्यादा शराब के सेवन से लिवर में सूजन, फैटी लिवर, सिरोसिस और लिवर कैंसर का कारण बन सकता है।
- स्मोकिंग करना: इससे निकले विषाक्त पदार्थों से लिवर की कोशिकाएं डैमेज होती हैं।
- डॉक्टर से पूछे बिना दवाएं खाना: ज्यादा पेनकिलर्स या एंटीबायोटिक्स खाने से लिवर फंक्शनिंग कमजोर हो सकती है।
इन 5 अच्छी आदतों से सुधरेगी लिवर की सेहत
- फाइबर से भरपूर डाइट लें: फाइबर लिवर को डिटॉक्स करने में मदद करता है। मौसमी फल और सब्जियां, जैसे- संतरा, अमरूद, गाजर, पालक और हरा साग खाएं।
- सुबह नींबू पानी पिएं: नींबू-पानी पीने से लिवर को डिटॉक्स करने में मदद मिलती है। यह लिवर के लिए एक हल्का और नेचुरल डिटॉक्स है।
- नियमित एक्सरसाइज करें: रोज एक्सरसाइज करने से मेटाबॉलिज्म तेज होता है और लिवर पर एक्स्ट्रा फैट नहीं जमा होता है।
- हेल्दी फैट खाएं: ओमेगा-3 फैटी एसिड्स जैसे- मछली, फ्लेक्ससीड्स, अखरोट खाने से लिवर की सेहत सुधरती है।
- हाइड्रेटेड रहें: दिन भर में कम से कम 8-10 गिलास पानी पिएं। पानी से लिवर के कार्य को बेहतर बनाने में मदद मिलती है और शरीर से विषाक्त पदार्थ बाहर निकलते हैं।
फैटी लिवर सबसे बड़ी समस्या है तो एक्स्ट्रा फैट कैसे पहचानेंगे?
डॉ. मोनिका जैन कहती हैं कि आमतौर पर फैटी लिवर का कोई लक्षण नजर नहीं आता है। कभी-कभी थकान महसूस हो सकती है या पेट के ऊपर की तरफ दाहिनी ओर दर्द भी महसूस हो सकता है। इसके अलावा ये संकेत दिख सकते हैं:
- आंखों और स्किन में पीलापन
- पेट में दर्द
- पेशाब का गाढ़ा रंग
- पेट में सूजन
- काले रंग का स्टूल
- स्किन में खुजली
- सांस लेने में दिक्कत
- पैरों में सूजन
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