SWP ELSS Investment Benefits Explained; Tax Savings | Extra Earnings | आपका पैसा- SWP और ELSS में क्या बेहतर है: एक्सपर्ट से जानें कहां निवेश ज्यादा सुरक्षित, जरूरत के हिसाब से बेस्ट इन्वेस्टमेंट


3 घंटे पहलेलेखक: गौरव तिवारी

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आज चारों ओर महंगाई तेजी से बढ़ रही है। इलाज का खर्च बढ़ता जा रहा है और बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी बहुत महंगी हो गई है।

नौकरी की कोई गारंटी नहीं है। ज्यादातर नौकरियों में अब पेंशन भी नहीं मिलती है। ऐसे में सवाल है कि पैसा कैसे बचाया जाए ताकि, रिटायरमेंट के बाद भी जिंदगी आराम से चलती रहे।

इसके लिए दो आसान और पॉपुलर तरीके हैं-

  • सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान (SWP)
  • इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS)

ये दोनों म्यूचुअल फंड की स्कीम हैं, लेकिन इन दोनों का मकसद और फायदे अलग-अलग हैं।

आज ‘आपका पैसा’ कॉलम में इन्हीं तरीकों की बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-

  • SWP और ELSS में क्या बेहतर है?
  • आपके लिए कौन सी स्कीम बेहतर है?
  • क्या दोनों को एक साथ इस्तेमाल कर सकते हैं?

सवाल- SWP क्या है?

जवाब- सिस्टमैटिक विड्रॉल प्लान यानी SWP इन्वेस्टमेंट का एक ऐसा तरीका है, जिसमें आप अपने म्यूचुअल फंड से हर महीने तय राशि निकाल सकते हैं।

फर्ज कीजिए, आपके पास एक म्यूचुअल फंड में 20 लाख इन्वेस्टेड हैं। आप इससे हर महीने 15,000 रुपए निकालने का प्लान बनाते हैं। इस तरह आपको फंड से हर महीने पेंशन की तरह पैसे मिलते रहेंगे और बाकी के पैसे फंड में लगे रहेंगे, जिस पर रिटर्न भी मिलता रहेगा।

सवाल- SWP के क्या फायदे हैं?

जवाब- यह म्यूचुअल फंड में लगे पैसे निकालने का स्मार्ट तरीका है। इससे पेंशन की तरह हर महीने निश्चित रकम मिलती रहती है। यह रकम आप अपने फंड और अपनी जरूरत के हिसाब से खुद तय कर सकते हैं। फंड में बचा बाकी पैसा निवेश में बना रहता है, जो बढ़ता रहता है। इसके सभी फायदे ग्राफिक में देखिए-

सवाल- SWP कब चुनें?

जवाब- अगर आप रिटायर हो चुके हैं या सैलरी के साथ थोड़ी अतिरिक्त कमाई करना चाहते हैं तो SWP आपके लिए बहुत अच्छा विकल्प हो सकता है। हालांकि, इसके लिए पहले आपके पास एक बड़ा फंड होना चाहिए, जो SIP या एकमुश्त निवेश से बनाया जा सकता है। अगर फंड छोटा है तो SWP में यह जल्दी खत्म हो सकता है।

सवाल- ELSS क्या है?

जवाब- ELSS यानी इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम एक म्यूचुअल फंड है, जिसमें आपका पैसा ज्यादातर शेयर बाजार में लगाया जाता है। इसके दो मकसद हैं-

  • टैक्स में छूट हासिल करना
  • लंबे समय में पैसा बढ़ाना

इसमें आप निवेश करके इनकम टैक्स में हर साल 1.5 लाख रुपए तक की छूट हासिल कर सकते हैं।

सवाल- ELSS के फायदे क्या हैं?

जवाब- अगर आपको तुरंत इनकम नहीं चाहिए और लंबे समय में अच्छी ग्रोथ की उम्मीद कर रहे हैं तो ELSS में इन्वेस्ट करने से फायदा हो सकता है। इसके फायदे ग्राफिक में देखिए-

सवाल- ELSS में 3 साल के लॉक-इन पीरियड का क्या मतलब है?

जवाब- ELSS में 3 साल का लॉक-इन पीरियड होता है। इसका मतलब है कि इस फंड में निवेश करने के बाद 3 साल तक पैसे नहीं निकाल सकते हैं। यह फंड ज्यादातर पैसे शेयर बाजार में निवेश करता है तो इसमें उतार-चढ़ाव भी होता है। अगर आप यह रिस्क ले सकते हैं और लंबे समय के लिए पैसा लगाना चाहते हैं, तो यह फंड आपके लिए सही है।

सवाल- SWP और ELSS में क्या अंतर है?

जवाब- SWP में आप अपने निवेश से हर महीने कुछ पैसे निकाल सकते हैं। मतलब SWP रेगुलर आमदनी के लिए बेहतर है।

वहीं ELSS एक टैक्स बचत वाला फंड है, जिससे 3 साल तक पैसे नहीं निकाले जा सकते हैं। इसका मतलब है कि ELSS टैक्स बचत और लंबे निवेश के लिए अच्छा है। सभी अंतर ग्राफिक में देखिए-

सवाल- SWP और ELSS में क्या चुनना बेहतर है?

जवाब- यह व्यक्ति की उम्र और जरूरत पर निर्भर करता है कि उसके लिए कहां निवेश करना बेहतर है।

SWP आपके लिए सही है अगर-

  • आपको हर महीने निश्चित आमदनी चाहिए।
  • रिटायरमेंट के बाद खर्च चलाने के लिए नियमित पैसे चाहिए।
  • आपके पास पहले से म्यूचुअल फंड में अच्छा पैसा जमा है।
  • आप बाजार के उतार-चढ़ाव से परेशान नहीं होना चाहते हैं।
  • बच्चों की पढ़ाई या मेडिकल खर्च जैसे नियमित खर्चों के लिए पैसे चाहिए।

ELSS आपके लिए सही है अगर-

  • आप टैक्स बचाना चाहते हैं और साथ में पैसा बढ़ाना चाहते हैं।
  • आप 3 साल तक पैसा लॉक करने को तैयार हैं।
  • आपको शेयर बाजार का जोखिम लेने में दिक्कत नहीं है।
  • आप अभी काम कर रहे हैं और रिटायरमेंट के लिए बड़ा फंड बनाना चाहते हैं।

सवाल- SWP और ELSS, दोनों को एक साथ कैसे इस्तेमाल करें?

जवाब- अगर आपकी उम्र अभी कम है और आप नौकरी कर रहे हैं, तो पहले ELSS में पैसा लगाएं। इससे टैक्स बचेगा और 3 साल बाद जब लॉक-इन पीरियड खत्म हो जाए तो जरूरत पड़ने पर उस पैसे को SWP में इन्वेस्ट करके नियमित कमाई शुरू कर सकते हैं। यह एक स्मार्ट प्लान हो सकता है।

सवाल- इन्वेस्टमेंट का कौन सा तरीका ज्यादा अच्छा है?

जवाब- नियमित कमाई चाहिए तो SWP चुनें। यह रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी को आसान बनाता है। भविष्य के लिए पैसा बढ़ाना है तो ELSS चुनें। यह टैक्स बचाने के साथ-साथ ग्रोथ देता है।

दोनों ही तरीके अच्छे हैं, लेकिन स्कीम का चुनाव आपकी जरूरत पर निर्भर करता है। अगर आप रिटायरमेंट के करीब हैं तो SWP आपके लिए बेहतर विकल्प है। अगर आप अभी जवान हैं और भविष्य की प्लानिंग कर रहे हैं तो ELSS से शुरुआत करें।

सवाल- पैसा कमाने के साथ सही निवेश क्यों जरूरी है?

जवाब- सिर्फ पैसा कमाना काफी नहीं होता है, उसे सही जगह लगाना भी जरूरी है। सही निवेश से पैसा बढ़ता है, जबकि गलत जगह लगाने पर मेहनत बेकार हो सकती है। म्यूचुअल फंड जैसे विकल्प पैसे को बढ़ने का मौका देते हैं। अपने लक्ष्य और जरूरत के हिसाब से निवेश करें, ताकि भविष्य सुरक्षित रहे।

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