
6 घंटे पहलेलेखक: शिवाकान्त शुक्ल
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सर्दियों में नहाने से लेकर बर्तन और कपड़े धोने तक, हर काम के लिए हल्के गर्म पानी की जरूरत होती है। इसके लिए बहुत से लोग अपने घरों में इमर्शन रॉड का इस्तेमाल करते हैं क्योंकि यह गीजर की तुलना में बेहद सस्ता होता है। हालांकि इमर्शन रॉड के इस्तेमाल में थोड़ी-सी लापरवाही भी खतरनाक साबित हो सकती है।
हाल ही में यूपी के हाथरस जिले के नगला चौबे गांव में इमर्शन रॉड से करंट लगने से 3 साल की बच्ची की मौत हो गई। खेलते समय बच्ची ने रॉड के तारों को खींच लिया था, जिससे उसे जोर का झटका लगा। अस्पताल ले जाने पर उसे मृत घोषित कर दिया गया।
इसके पहले देवरिया में इमर्शन रॉड से पानी गर्म करते समय करंट की चपेट में आने से महिला की मौत हो गई थी। हर साल सर्दियों में ऐसे कई मामले सामने आते हैं, जहां इमर्शन रॉड के गलत इस्तेमाल से लोगों की जान चली जाती है। हालांकि कुछ जरूरी सावधानियां बरतकर इसके खतरे से बचा जा सकता है।
तो चलिए, आज जरूरत की खबर में हम इमर्शन रॉड के सुरक्षित इस्तेमाल के बारे में बात करेंगे। साथ ही जानेंगे कि-
- इमर्शन रॉड से किस तरह के खतरे हो सकते हैं?
- इमर्शन रॉड यूज करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
एक्सपर्ट: शशिकांत उपाध्याय, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियर, अहमदाबाद
सवाल- इमर्शन रॉड क्या है और ये कैसे काम करता है?
जवाब- इमर्शन रॉड एक पोर्टेबल इलेक्ट्रिक वाटर हीटर है, जो स्टेनलेस स्टील या कॉपर के हीटिंग एलिमेंट से बना होता है। यह एक लंबे छड़ जैसा होता है, जिसका एक सिरा प्लग से जुड़ता है और दूसरा पानी में डुबोया जाता है।
जब इसे 220V के घरेलू सॉकेट में प्लग इन किया जाता है तो हीटिंग कॉइल में करंट बहने लगता है, जो रेजिस्टेंस के कारण गर्म हो जाता है। मार्केट में 500-1500 रुपए में उपलब्ध ये रॉड 1000-1500 वाट की पावर से पानी को 5-10 मिनट में गर्म कर देता है। लेकिन याद रखें, यह रॉड पानी में ही काम करता है। हवा में छोड़ने से ओवरहीटिंग हो सकती है।
सवाल- इमर्शन रॉड से किस तरह के खतरे हो सकते हैं?
जवाब- इसका सबसे बड़ा खतरा इलेक्ट्रिक शॉक है। अगर रॉड डैमेज हो या गीली सतह पर यूज हो तो करंट लग सकता है, जो हार्ट अटैक या मौत का कारण बनता है। ओवरहीटिंग से बर्न इंजरी हो सकती है।
इसके अलावा रॉड को बिना पानी के चलाने पर हीटिंग कॉइल जल सकती है। मेटल की बाल्टी में इस्तेमाल करने पर करंट लग सकता है। नीचे दिए ग्राफिक से इसके संभावित खतरों को समझिए-

सवाल- इमर्शन रॉड यूज करते समय क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
जवाब- इमर्शन रॉड के इस्तेमाल के दौरान कुछ छोटी-छोटी सावधानियां बरतकर हादसों से बचा जा सकता है। इसे नीचे दिए ग्राफिक से समझिए-

सवाल- अगर इमर्शन रॉड से करंट लग जाए तो तुरंत क्या करना चाहिए?
जवाब- अगर गलती से किसी को करंट लग जाए तो सबसे पहले बिजली का मेन स्विच बंद करें। कभी भी व्यक्ति को सीधे हाथ लगाकर छुड़ाने की कोशिश न करें। इसके लिए लकड़ी की छड़ी या प्लास्टिक पाइप का इस्तेमाल करें।
अगर व्यक्ति बेहोश है या सांस नहीं ले रहा है तो तुरंत सीपीआर (CPR) दें और एम्बुलेंस बुलाएं। करंट के झटके से दिल की धड़कन रुक सकती है, इसलिए तुरंत मेडिकल हेल्प लेना जरूरी है। जल्दी एक्शन से जान बच सकती है।

सवाल- इमर्शन रॉड खरीदते समय किन चीजों की जांच करना जरूरी है?
जवाब- इमर्शन रॉड खरीदते समय केवल सस्ती कीमत देखकर फैसला न लें। सुरक्षा, टिकाऊपन और क्वालिटी सबसे अहम हैं। इसलिए खरीदने से पहले कुछ चीजों की जांच जरूर करें।

आइए, अब इन पॉइंट्स को थोड़ा विस्तार से समझते हैं।
ISI मार्क या BIS सर्टिफिकेशन
यह सुरक्षा मानकों का प्रतीक है। ISI मार्क वाले रॉड शॉकप्रूफ होते हैं और इलेक्ट्रिक सेफ्टी की गारंटी देते हैं।
वायर की क्वालिटी
वायर बहुत पतली या ढीली न हो। खराब वायरिंग से शॉर्ट सर्किट और करंट का रिस्क बढ़ता है।
पावर रेटिंग
घरेलू जरूरतों के लिए 1000 से 1500 वॉट तक की रॉड पर्याप्त रहती है। इससे बिजली की खपत भी ज्यादा नहीं होती है।
रॉड का मटेरियल
कॉपर या स्टेनलेस स्टील से बनी रॉड सबसे टिकाऊ और सुरक्षित होती है। आयरन रॉड जल्दी जंग खा जाती है।
इंडिकेटर लाइट
इससे आसानी से पता चलता है कि रॉड चालू है या नहीं, जिससे ओवरहीटिंग या जलने का खतरा कम होता है।
प्लग और हैंडल
हमेशा थ्री-पिन प्लग (अर्थिंग सहित) और वाटरप्रूफ हैंडल वाली रॉड चुनें। ये सुरक्षा के लिहाज से जरूरी हैं।
वारंटी और ब्रांड
कम-से-कम 1–2 साल की वारंटी वाली रॉड लें। सस्ते या बिना ब्रांड वाले रॉड न खरीदें क्योंकि इनमें वायरिंग कमजोर होती है और करंट लगने का जोखिम ज्यादा रहता है।
ऑनलाइन रिव्यू देखें
अमेजन या फ्लिपकार्ट जैसे प्लेटफॉर्म पर यूजर रिव्यू देखकर समझें कि प्रोडक्ट कितना भरोसेमंद है। ध्यान रखें थोड़ी सी सतर्कता आपकी और आपके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करती है।
सवाल- इमर्शन रॉड को कैसे साफ और मेंटेन रखें?
जवाब- इमर्शन रॉड की सही मेंटेनेंस उसकी लाइफ और परफॉर्मेंस दोनों बढ़ाती है। हर 10-15 दिनों में रॉड की कॉइल पर जमी सफेद परत साफ करें। इसके लिए विनेगर या नींबू के रस का इस्तेमाल करें। इसमें 20 मिनट तक भिगोकर रखें, फिर ब्रश से साफ करें। रॉड को कभी भी गीली हालत में स्टोर न करें। वायर और प्लग की जांच करते रहें कि कहीं क्रैक या ढीलापन न हो।
इमर्शन रॉड से जुड़े कुछ कॉमन सवाल-जवाब
सवाल- क्या इमर्शन रॉड को चालू छोड़कर कहीं जा सकते हैं?
जवाब- नहीं, कभी नहीं। इमर्शन रॉड ऑटो-कट नहीं होता, इसलिए उसे बिना निगरानी के छोड़ना बेहद खतरनाक है।
सवाल- क्या रॉड को बिना पानी में डाले चालू करना ठीक है?
जवाब- बिल्कुल नहीं। पहले रॉड को पानी में पूरी तरह डुबोएं। इसके बाद ही स्विच ऑन करें और पानी का टेम्परेचर देखने से पहले प्लग निकालें।
सवाल- क्या स्विच ऑफ करने के तुरंत बाद रॉड निकाल सकते हैं?
जवाब- नहीं, कम-से-कम 10 सेकंड रॉड को पानी में ही रहने दें ताकि हीट बराबर फैल जाए।
सवाल- क्या मेटल बाल्टी में इमर्शन रॉड इस्तेमाल कर सकते हैं?
जवाब- नहीं, मेटल बिजली को आसानी से पास होने देता है। इससे करंट लगने का खतरा होता है।
सवाल- क्या प्लास्टिक बाल्टी पूरी तरह से सेफ है?
जवाब- हां, लेकिन सावधानी के साथ। अगर रॉड ज्यादा गर्म हो गया तो बाल्टी पिघल सकती है या कॉइल जल सकती है।
सवाल- बाल्टी की गहराई और पानी का लेवल कितना होना चाहिए?
जवाब- बाल्टी कम-से-कम 300mm गहरी होनी चाहिए और पानी का स्तर हमेशा रॉड पर दिए मैक्स लेवल मार्क से ऊपर नहीं जाना चाहिए।
सवाल- अगर इमर्शन रॉड से पानी गर्म होने में ज्यादा समय लग रहा है तो क्या करना चाहिए?
जवाब- सबसे पहले देखें कि हीटिंग कॉइल पर स्केल या जंग तो नहीं जमी है। जरूरत हो तो उसे साफ करें या पुराना हो गया हो तो रॉड बदल दें।
सवाल- एक रॉड का इस्तेमाल कितने दिनों तक करना सुरक्षित है?
जवाब- इमर्शन रॉड एक विंटर सीजन में इस्तेमाल कर सकते हैं। दूसरे सीजन में इस्तेमाल से पहले एक बार टेक्नीशियन से चेक कराना जरूरी है।
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